छत्तीसगढ़ : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर अनुविभाग में पदस्थ महिला पटवारी अनुमति पैकरा व बीना भगत ने राज्य महिला आयोग और पटवारी संघ के अध्यक्ष धीरेंद्र उरमालिया को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया है कि राजपुर एसडीएम शशि कुमार चौधरी द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। जबरन दवाब बनाकर गलत प्रतिवेदन बनवाया जाता है और पक्षकारों से अवैध उगाही करने दबाव डाला जाता है। एसडीएम द्वारा बैठक में भी उनके साथ अभद्रता की जाती है। बरसात के मौसम में भी एसडीएम द्वारा उनकी सर्वे की ड्यूटी में लगाई गई। एसडीएम पर महिला कर्मियों ने मानसिक रूप से प्रताड़ित करने एवं डीई कराकर नौकरी समाप्त कर देने व सीआर खराब करने की धमकी देकर प्रताड़ित करने सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं।

महिला पटवारियों बीना भगत को तहसील मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर ग्राम तोनी के धान खरीदी केंद्र पर एसडीएम ने ड्यूटी पर लगाया है। अनुमति पैकरा को ककना मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर धान खरीदी केंद्र तोनी में ड्यूटी के लिए निर्देशित किया गया है। महिला कर्मियों ने आरोप लगाया है कि एसडीएम द्वारा ऐसा जान बूझकर प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है। 

आत्मदाह की चेतावनी
महिला पटवारियों ने एसडीएम पर प्रताड़ित करने, अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग, आर्थिक अपराध एवं अन्वेषण ब्यूरो, मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, आयुक्त सरगुजा संभाग, पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज, कलेक्टर बलरामपुर और पुलिस अधीक्षक बलरामपुर को भी प्रेषित की है। कार्रवाई नहीं होने पर दोनों ने आत्मदाह की चेतावनी दी है।

एसडीएम बोले, आरोप निराधार
मामले में राजपुर एसडीएम शशि चौधरी ने दोनों महिला पटवारियों द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि दोनों महिला पटवारियों के खिलाफ शिकायत की जांच चल रही है। जांच से बचने के लिए दोनों ने आरोप लगाए हैं। आरोप पूरी तरह से निराधार है।