कु.इशिका भण्डारी ने की 11उपवास तपस्या पूर्ण

मेघनगर !    हम हर किसी की बात पर शिघ्र श्रद्धा कर लेते है परन्तु हमे भगवान की वाणी पर ही श्रद्धा रखनी है भगवान ने जो कहा वो ही सही है आजकल विज्ञान ने कहा वो हम कितना जल्दी मान लेते है परन्तु भगवान ने कहा उसे मानने मे तर्क देते है कुछ भी हो भगवान की वाणी कभी खाली नहीं जाती है उक्त उदगार गुरुवार धर्म सभा को संबोधित करते हुए पूज्य अणुवत्स संयत मुनीजी म.सा. ने फरमाये संगत के बारे मे भी पूज्य ने फरमाया हम जैसी संगत करेंगे हम वैसे रंग मे दिखेंगे हमेशा अच्छी संगत मे रहना वरना संगत छोड़ने मे भलाई है  गतिमान तपस्या मे कुमारी इशिका भण्डारी के 11 उपवास की तपस्या पूर्ण होने पर संघ द्वारा माला ओर संघ एवं स्व.सूरज बाई भेरूलाल जी झामर  परिवार द्वारा भेंट देकर आपका अभिनंदन किया, कु नंदनी भंडारी ने 9 उपवास ओर अरिहंत भंडारी ने 3 उपवास की बोली लेकर तपश्वि इशिका भण्डारी का बहुमान किया।

श्रीमती स्नेहलता बहन वागरेचा ने 21 उपवास, श्रीमती प्रीति बहन धोका,कु दर्शना नाहटा, श्री सुमित ब्रिजवानी सभी ने 19 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किये साथ ही राजेन्द्रजी नाहर 5,कमलेश भण्डारी, श्रीमती दीप्ति जी छाजेड़, श्रीमती आशा जी नाहटा नीलम झामर ने धर्म चक्र की आराधना में 5 उपवास श्री विनीत भंडारी,श्रीमरी सपना भंडारी, श्रीमती उर्वशी नंदेचा सभी ने 4 उपवास अर्पित एवं रुचिता सोनी ने जोड़े से 3 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किये और भी कई तप आराधना निरंतर चल रही है। कु. इशिका भंडारी की जयकार यात्रा निवास स्थान से शुरू होकर, गोड़ी पार्श्वनाथ मंदिर, ज्ञान मंदिर होते हुए स्थानक भवन पर पहुची। परिवार द्वारा चोवीसी का आयोजन भी किया गया प्रभावना भी श्री दिलीपजी अरिहंत जी भंडारी परिवार द्वारा वितरित की गईं संचालन विपुल धोका ने किया।