नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट को आज तीन नए जज मिल गए और इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की अधिकतम संख्या पूरी हो गई सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने मुहर लगा दी है। चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा, चीफ जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह और चीफ जस्टिस संदीप मेहता को सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किया गया है। ये सभी जज आज यानी गुरुवार शाम 4.15 पर शपथ लेंगे। इनकी नियुक्ति के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो गई। 
जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा फिलहाल दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। वह तेलंगाना हाईकोर्ट के भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं। उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और कर्नाटक हाईकोर्ट और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जज के रूप में कार्य किया है। जस्टिस सतीष चंद्र शर्मा का जन्म 30 नवंबर 1961 को हुआ। 1984 में उन्होंने अपने वकालत करियर की शुरुआत की और कम ही समय में वह मध्य प्रदेश के नामी वकील बन गए। जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा को 18 जनवरी, 2008 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। उन्हें 11 अक्टूबर, 2021 को तेलंगाना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में पदोन्नत किया गया था और उसके बाद 28 जून 2022 को दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे।
जस्टिस ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह मौजूदा वक्त में राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। इससे पहले वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जज रह चुके हैं। जस्टिस एजी मसीह को 10 जुलाई, 2008 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। उन्हें 30 मई 2023 को राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में पदोन्नत किया गया था। वह ऑल इंडिया हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की वरिष्ठता सूची में सातवें स्थान पर हैं और अपने मूल हाईकोर्ट के न्यायाधीशों में पहले स्थान पर हैं।
जस्टिस संदीप मेहता अभी गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. इससे पहले वह राजस्थान हाईकोर्ट के जज थे। जस्टिस मेहता 30 मई 2011 को राजस्थान हाईकोर्ट के जज बने थे। वह इस साल 15 फरवरी से गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस है। वह ऑल इंडिया हाईकोर्ट जजों की सीनियॉरिटी लिस्ट में 23वें नंबर पर हैं और अपने मौजूदा हाईकोर्ट में जजों में पहले स्थान पर हैं।