जबलपुर । मदनमहल थानांतर्गत रहने वाले एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजनों के साथ मंदिर में नशे और अन्य असमाजिक गतिविधियों के लिए एकत्रित होने वाले बदमाशों ने हमला कर दिया। इस हमले में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजन एवं रिटायर्ड अकाउंट आफिसर की स्थिति गंभीर है जबकि अन्य परिजनों को विक्टोरिया जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार पटेल मौहल्ला, खेरमाई मंदिर परिसर में रहने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजन रिटायर्ड डिफेंस अकाउंट ऑफिसर जगदीश प्रसाद पटेल उनके भतीजे सुमित पटेल दीपावली की रात जब पटाखों से घर के सामने एकत्रित हुआ कचरा जला रहे थे तभी मंदिर परिसर में नशे और अन्य असमाजिक गतिविधियों के एकत्रित होने वाले बदमाशों में से एक आरोपी विक्की सोंधिया, अनिकेत पटेल कचरा जलाने का विरोध कर बदतमीजी करने लगे। सुमित ने उन्हें अभद्रता करने से मना किया तो दोनों आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर दी। इसी दौरान वहाँ पहुँचे आरोपी विक्की और अनिकेत के दोस्त आकाश पटेल, मनीष पटेल ने सुमित के साथ मारपीट शुरु कर दी। सुमित की आवाज सुनकर जगदीश एवं जगदीश के बेटे यशवंत और भाई बलराम के साथ बाहर पहुँचे। सभी ने सुमित को बचाने का प्रयास किया लेकिन पांचों आरोपियों ने उन के साथ डंडे से बुरी तरह मारपीट कर दी। मारपीट में घायल जगदीश, बलराम, सुमित एवं यशवंत को विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में जगदीश की स्थिति गंभीर होने की वजह से उन्हें विक्टोरिया अस्पताल की आईसीयू में भर्ती कराया गया।
बदमाशों, नशेड़ियों का अड्डा बना मंदिर परिसर...............
इस घटना से आहत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजनों द्वारा घटना के संबंध में डीजीपी भोपाल और मुख्यमंत्री को एक पत्र प्रेषित किया गया है। पत्र में यह कहते हुए कि यह बलवा और हमला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पूरे परिवार पर हुआ है तत्काल दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। मंदिर परिसर में एकत्रित होने वाले बदमाशों और नशेड़ियों की गिरफ्तारी की मांग की गई है। पत्र में कहा गया है कि घटना खेरमाई मंदिर परिसर के भीतर हमारे आवास में की गई है मंदिर में लगे सीसीटीवी मे इस बात के साक्ष्य है। पत्र में कहा गया है कि साक्ष्य को मिटाने की कोशिश की जा सकती है। निकट के निवासी रहवासियों को डराने धमकाने के लिए यह घटना पूर्व से नियोजित तरीके से दीपावली की रात लगभग ११:४५ बजे एक साजिश के तहत की गई है। इस तरह के आतंकी घटना की कोशिशें पहले भी की गई है। मंदिर और लोगों की आस्था की आड़ में आतंकी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। मदनमहल पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत पटैल बस्ती खेरमाई मंदिर में कोई भी मंदिर-समिति रजिस्टर्ड नहीं है और न ही मंदिर पर किसी सरकारी ट्रस्ट का अधिपत्य है, जो दान और चंदे की आने वाली एकत्रित लाखों रुपयों की धनराशि और उसके खर्च के ब्यौरे के  लिए सरकार के प्रति उत्तरादायी हो जबकि, जवाबदेही हर बात की जरूरी है खेरमाई मंदिर सार्वजनिक है। यहां पर असामाजिक तत्वों का डेरा है जो क्षेत्र के निवासी लोगों को आए दिन परेशान करता है और तरह-तरह की असुविधाओं से परेशानी में डालता है। पूरा उत्पात और आतंक का माजरा मंदिर में आने वाली आवक धनराशि की लूट का है। शराबियों और असामाजिक तत्वों का बोलबाला है। अपने बचाव में तत्वों द्वारा स्थानीय नेता प्रतिनिधियों का सहारा लिया जाता है। मंदिर में कुछ लोग स्वयंभू संचालक बने हुए हैं जिनके इशारे पर सब कुछ चलता है, इन पर कानूनी तरीके
से अंकुश और नियंत्रण रखा जावे।