मेघनगर    पिछले 4 वर्षों से करीबन चल रहा  नल जल योजना का कार्यअभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है शासन की गाइडलाइन एवं नियम को ताक में रखते हुए ठेकेदार एवं उनके कर्मचारी अपनी मनमानी करते हुए हर जगह अपना पैसा बचाने के लिए शासन को चुना लगा रहे हैं पिछले कई दिनों में देखने को मिला है कि परिषद में शासकीय बोलबाला होने के कारण लापरवाह ठेकेदार अपनी मनमानी करते हुए हर जगह गड्ढे खोद दिए एवं उन्हें उड़ने का कार्य परिषद  करती रही जबकि इस कार्य को पूर्ण करने का शासन ने उसे पैसा एवं जिम्मेदारी दोनों दी है पिछले 15 महीने के कांग्रेस कार्यकाल में जनप्रतिनिधियों ने आवाज भी उठाई एवं ठेकेदार एवं उच्च अधिकारी को गुणवत्ता एवं जल्द कार्य करने के लिए मजबूर भी किया लेकिन पिछले 6 महीने से नगर वासियों परेशान हो रहे हैं लाइन डालने के बहाने हर जगह गड्ढे खोद कर रख देते हैं अब उनका अंजाम नई नगर परिषद बनी जनप्रतिनिधियों को भुगतना पड़ रही है अभी तक आम जनता अपनी तकलीफ किसे सुनाएं और जो सुनने वाले भी कुंभकरण की नींद सो रहे थे क्योंकि उन्हें कोई लेना देना ही नहीं था लेकिन अब नई परिषद बनते ही वार्ड वासियों ने अपने जनप्रतिनिधियों को कहना चालू कर दिया आखिर क्यों नहीं कहेंगे वार्ड की जनता किसके भरोसे नगर का आलम यह है कि नगर की ड्रेनेज व्यवस्था  इनके चक्कर में जाम हो रही है तो कहीं रोड पर परिषद को चुरी एवं मोहर्रम डालना पड़ रही है इन सब के पीछे परेशान हो रहे परिषद के कर्मचारी  क्योंकि अधिकारियों को तो कोई पढ़ी नहीं है  आखिर बोलेंगे भी क्यों उनका कहीं ना कहीं मकसद छुपा हुआ रहता है लेकिन छोटे कर्मचारी आए दिन परेशान हो रहे हैं अभी बारिश के चलते  सफाई कर्मी को नाली एवं सफाई भी करना रहती है तो लोक निर्माण कर्मचारियों को नगर में नल लाइन को भी समय समय पर सही करना रहता है लेकिन यह अपना कार्य छोड़कर मजबूरन में  नल जल वाले ठेकेदार की कमियों को दुरुस्त करने में लगे रहते हैं यह छोटी-छोटी समस्याओं कहीं बड़ी समस्या का रूप न ले  बारिश के चलते स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है एवं दुर्घटनाओं  से भी नहीं बचा जा सकता कहीं जगह लाइन बिछाने पर इन्होंने लगे हुए पेवर्ष  निकालकर पाइप लाइन डाली उन जगह पर बगैर नीचे मटेरियल बिछाए पेवर्स वैसे ही लगा दिए जिसको लेकर वार्ड वासी गंदगी से परेशान तो हो ही रहे हैं साथ ही शासन का भी लाखों का नुकसान हो रहा है