मेघनगर  सुना है प्रशासन अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के चक्कर में अब बरसों पुराने मकानों  की मंजूरी पेपर्स जमा करवाने को कह रही है..नहीं होने की स्थिति में आपको   नई प्रक्रिया से गुजरते हुए टैक्सेस एवं अपने ही भवन की फिर से निर्माण मंजूरी लेना होगी  और शासन को पेनल्टी सहित टैक्स चुकाना होगा चाहे आपके पास भवन टैक्स की रसीद अभी तक की क्यों ना हो फिर भी आपका अनलीगल ही कहलायेगा या तो आपके पास बरसों पुराने  निर्माण मंजूरी के पेपर हो तो पेश करना होंगे प्रक्रिया से संबंधित लंबाई चौड़ाई नक्शा एवं मंजिलों की मंजूरी सहित पेपर्स  होना अनिवार्य है अन्यथा आपको फिर से प्रक्रिया से गुजर ना होगा वैसे ही जनता 2 वर्ष से  कोरोना  की मार झेल रही वहीं दूसरी और मकान के हाउस टैक्स भरना है तो व्यापार  मैं इनकम टैक्स भरना है इन सभी से तो छुटकारा मिलाही नहीं की और नया  डंडा शासन काआ गया  जानकार बताते हैं कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट तक बी 3 वर्ष से अधिक तक का डाटा रखने को नहीं   कहती तो फिर यह  तुगलकी फरमान कैसा
 

 चौराहे चौराहे पर बना चर्चा का विषय
 

 हर जगह चौराहे पर अभी एक ही चर्चा चल रही है कि प्रशासन अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के चक्कर में पब्लिक पर बोझ डाल रही है जो देखा जाए तो सही नहीं है बरसों पुराने मकान के आखिर रजिस्ट्री एवं नक्शे की कॉपी निर्माण मंजूरी के कागज कहां से लाएगा जगह-जगह लोग प्रशासन को कोसते हुए नजर आ रहे हैं बताते हैं कि नगर में मुहिम छिड़ गई है और एकजुटता होकर  आग का रूप धारण कर रही है कहीं ऐसा ना हो कि

इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में देखने को मिले
 

जब हमने नगर परिषद  अधिकारी से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि शासन की ओर से इस प्रक्रिया से गुजरने के लिए हमें आदेशित किया गया है हम मकान मालिकों को तीन नोटिस तक देंगे उन्हें जवाब मय़ डॉक्यूमेंट के देना है
यदि आपके पास पुराने पेपर हो तो आप उन्हें पेश कर दीजिए और नहीं है तो यही माना जाएगा कि आपकी जितनी मंजिल बनी हुई है सभी अनलीगल है आपको  नई प्रक्रिया से गुजरना ही होगा  तभी आपका निर्माण  वैद्य माना जाए उसमें गाइडलाइन के अनुसार जो भी खर्च बैठता है वह आपको पे करना होगा

 

परिषद द्वारा नियुक्त इंजीनियर द्वारा करवाना होगी नई प्रक्रिया
 

अब ऐसी स्थिति में जो परिषद द्वारा नियुक्त इंजीनियर है उनकी  भी हो गई बल्ले बल्ले आप की लंबाई चौड़ाई के अनुसार जो टैक्स बन रहा है प्लस इंजीनियर की फीस एक अनुमानित राशि 25 से30 हजार का एक्सपेंसिस आ रहा है व्यक्ति देखकर टीका लगाया जा रहा है  ऐसी स्थिति में नगर  वासियों को काफी आर्थिक नुकसान होना है