वेलिंगटन| न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में पिछले महीने एक भारतीय डेयरी कर्मचारी की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। डेयरी कर्मचारी के परिवार के लिए 100,000 डॉलर से अधिक धन जुटाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 34 वर्षीय भारतीय मूल के जनक पटेल को 23 नवंबर को ऑकलैंड के सैंड्रिंघम में रोज कॉटेज सुपररेट में लुटेरों ने चाकू से हमला करके गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिसके बाद उसे इलाज के लिए तत्काल अस्पताल लेकर जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी।

डेयरी कर्मचारी की हत्या के बाद न्यूजीलैंड में छोटे बिजनेस मालिकों और श्रमिकों ने सुरक्षा और आरोपियों के खिलाफ कठोर दंड की मांग को लेकर देशव्यापी विरोध प्र्दशन किया था, जिसमें ज्यादातर भारतीय मूल के लोगों ने हिस्सा लिया था।

द न्यूजीलैंड हेराल्ड के मुताबिक, 2000 से अधिक लोगों ने भारतीय डेयरी कर्मचारी के परिवार को मदद के तौर पर रुपये दान किए हैं।

न्यूजीलैंड में डेयरी और बिजनेस ओनर्स ग्रुप ने पटेल के परिवार का समर्थन करने के लिए गिवलिटल पेज शुरू किया था। इस प्रकार एकत्रित राशि उसकी पत्नी और बुजुर्ग माता-पिता को सौंप दी जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, डेयरी और बिजनेस ओनर्स ग्रुप के चेयरमैन सनी कौशल ने कहा कि जनक पटेल अप्रैल में न्यूजीलैंड आए थे, वे यहां रहकर अपने परिवार की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे। लेकिन उनकी हत्या के बाद सब कुछ बिखर गया।

कौशल ने कहा कि वित्तीय सहायता की सफलता ने भारतीय समुदाय की एकजुटता को दिखाया है। न्यूजीलैंड में डेयरी दुकान मालिकों और श्रमिकों के लिए यह एक तनावपूर्ण वर्ष रहा है, जिसमें हिंसा और डकैती की घटनाएं जारी रहीं। पिछले हफ्ते, देश के ऑकलैंड और वाइकाटो क्षेत्रों में छह दुकानों को चोरों के एक ग्रुप ने निशाना बनाया था।

न्यूजीलैंड में भारतीय मूल के अधिकांश डेयरी मालिक और कर्मचारियों का कहना है कि वह जनक पटेल की हत्या के बाद वे काम पर जाने से डरते हैं। पटेल की मौत के बाद न्यूजीलैंड ने क्राइम का मुकाबला करने के लिए नए उपायों की घोषणा की है, जिसमें चोरी रोकने के लिए दुकान मालिकों को फॉग कैनन स्थापित करने के लिए 4,000 न्यूजीलैंड डॉलर की सब्सिडी प्रदान करना शामिल था।