मेघनगर  -   जिन शासन की शान बढ़ रही है गुरु अणु- जिनेन्द्र की बगिया महक रही है ऐसे ही आचार्य प्रवर्तक श्री उमेश मुनि जी महारासाहब की बगिया के प्रथम शिष्य प्रवर्तक पूज्य गुरुदेव श्री जिनेंद्र मुनि जी महाराज साहब की महकती यह बगिया के फूल लगातार बढ़ रहे हैं इसी कड़ी में हाटपिपलिया 26 जुलाई व दाहोद  31 जनवरी होने वाली भगवती  दीक्षा मैं दीक्षा अंगीकार कर रहे  मुमुक्षु श्री पवन जी कासवा रतलाम,श्री प्रीयांस जी लोढा थांदला एवं  कु.भव्यता जी गांधी रतलाम के अभिनंदन का लाभ मेघनगर श्री संघ को प्राप्त हुआ सोमवार प्रातः 7.45 पर  अणु स्वाध्याय भवन मेघनगर में जयकारों के साथ श्री संघ के सदस्यों द्वारा श्रीफल माला एवं प्रतीक चिन्ह के साथ स्वागत एवं अनुमोदना की गईश्रीवसंघ की ओर से हँसमुखलालजी वागरेचा, यशवंत बाफना, नगिनलाल तलेरा, प्रकाश भंडारी पंकज वागरेचा, पश्चात्य ञीस्तुति संघ के शांतिलाल जी लोढा ,विमल जी जैन मनोहर जी चौरड़िया द्वारा भी मुमुक्षु भाई बहनों का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया पश्चात मुमुक्षु पवन जी कस्वा एवं प्रियांश जी ने अपने जीवन में वैराग्य भाव के योग कैसे बने उस पर प्रकाश डाला प्रियांश ने अपने जीवन में प्रथम स्वाध्याय मेघनगर से ही प्रारंभ किया था एवम भव्ययता जी ने अपने वैराग्य भाव को प्रकट किया।  पधारे हुए अतिथि में धर्मदास गण परिषद अध्यक्ष विनीत जी वागरेचा, धर्मदास युवा संगठन के अध्यक्ष नीरज भाई एवं स्वाध्याय श्री वीरेंद्र जी मेहता पश्चात अतिथि सत्कार की व्यवस्था सकल जैन श्री संघ की महावीर भवन पर रखी गई