सीधी ।   तीन बच्चे और शादी को करीब पांच साल का वक्त बीत जाने के बाद भी जब पति और ससुरालवालों के ताने और प्रताड़ना खत्म नहीं हुई तो महिला ने अपने तीनों बच्चों के साथ जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की। मां सहित सभी बच्चों की हालत बिगड़ते देखकर स्वजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। घटना सीधी जिले की है। बताया जा रहा है कि महिला ने पहले महिला थाने में आवेदन देकर प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन आरोप है कि तब पुलिस ने महिला के आवेदन पर ध्यान नहीं दिया और उसका समझौता करा दिया था। अब जब महिला ने बच्चों के साथ जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की है तो पुलिस ने महिला के पति व ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है। शुभम एक वर्ष और शमन दो वर्ष की हालत बिगड़ने पर उन्हें संजय गांधी मेडिकल कॉलेज रीवा पेपर कर दिया गया है।

10 जून 2017 को हुई थी शादी

घटना सीधे जिले के तरका (झरिया) गांव की है, जहां रहने वाली निर्मला की शादी 10 जून 2017 को लीलामणि के साथ हुई। बताया गया है शादी के बाद ही सास, ननद व पति लीलामणि जायसवाल द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। दहेज में 60 हजार रुपए और बाइक की मांग की जा रही थी। तंग आकर पीड़िता ने 21 जुलाई को महिला थाना में शिकायती आवेदन दिया, जहां पुलिस ने दोनों पक्षों में आपसी सुलह कराई थी। लेकिन, कुछ दिन बाद उसे फिर प्रताड़ित किया जाने लगा। महिला थाना में दिए शिकायती आवेदन के अनुसार ससुराल वाले लगातार उसे प्रताड़ित कर उसके साथ अक्सर मारपीट करते थे और साथ ही दूसरी शादी भी कर लेने की धमकी देते हुए घर से बाहर निकाल दिया गया था। ननदोय रामकृपाल जायसवाल निवासी बहरी भी इन लोगों के साथ मिलकर गाली-गलौज करते हुए मारपीट करता था और दूसरी शादी करा देने की धमकी देता था। रोज होने वाली इसी प्रताड़ना से तंग आकर निर्मला ने तीनों बच्चो शुभम (1 वर्ष), समन (2 वर्ष) तथा सत्यम (4 वर्ष) के साथ खुद भी जहर खा लिया।

ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज

बहरी थाना प्रभारी पवन सिंह ने बताया कि तात्कालिक रूप से पीड़िता ने जिनके नाम बताए हैं, उन पर दहेज प्रताड़ना का मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। महिला की हालत में सुधार होने के बाद उसका बयान दर्ज किया जाएगा।