भाजपा को 110, कांग्रेस को मिल सकती है 118 सीटें


भोपाल । मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता का मन जीतने के लिए भाजपा हो, चाहे कांग्रेस दोनों पूरी ताकत लगा रहे हैं। जनता को लुभाने के लिए पार्टियां हर राजनीतिक दांव लगा रही हैं। भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्रियों, सात सांसदों सहित 79 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। हालांकि कांग्रेस ने अभी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है। इसके बावजूद प्रदेश में किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी और किसकी सरकार बन सकती है? जनता के बीच चर्चाओं दौर चल रहा हैं? इधर भाजपा और कांग्रेस के प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर अपने दावे हैं। इन्हीं सब सवालों को लेकर हाल ही में एक न्यूज चैनल का सर्वे सामने आया है, जिसमें फिलहाल भाजपा-कांग्रेस दोनों में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। सर्वे के अनुसार यदि अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होते हैं, तो सत्तारूढ़ भाजपा को 102 से 110 सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को 118 से 128 सीटें मिलने की उम्मीद है। जबकि अन्य दलों को सिर्फ 3 से 7 सीटें मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं।  हम बता दें कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 56 सीटों के नुकसान के साथ 109 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस को 114 सीटें हासिल हुई थीं।  यदि वोट शेयर की बात करें तो सर्वे में भाजपा-कांग्रेस में दोनों में कांटे की टक्कर होने से दो दलों को 42 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा को 2023 के चुनाव में 42.7 फीसदी वोट और कांग्रेस को 43.9 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है। जबकि अन्य के खाते में 12.80 फीसदी वोट जा रहे हैं।

सर्वे में किस क्षेत्र में किसको कितनी सीटें मिल रहीं
सर्वे के अनुसार मालवा निमाड़ में कांग्रेस को 41-45 सीटें मिलने का अनुमान है। जबकि यहां भाजपा पीछे चल रही है और उसे 20-24 सीटें मिलने की उम्मीद है। महाकौशल में भाजपा आगे चल रही है और उसे यहां 18-22 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को 16-20 सीटें मिलने की संभावना है। ग्वालियर चंबल में भाजपा की तुलना में कांग्रेस 26-30 सीटों के साथ काफी बेहतर स्थिति में है। जबकि भाजपा को भारी नुकसान हो रहा है। उसे करीब 6 से 19 सीटें मिल रही हैं।  मध्य भारत में भाजपा को कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन करने और लगभग 22-24 सीटें हासिल करने की उम्मीद है। जबकि कांग्रेस को 12-14 सीटें मिलने की उम्मीद दिखाई दे रही है। इसी तरह विंध्य क्षेत्र में भाजपा को 20 से 22 और कांग्रेस को 6 से 8 सीटें मिलने की उम्मीद है। इसी प्रकार बुंदेल खंड में भाजपा को 15 से 17 और कांग्रेस को 9 से 11 सीटें मिलने के आसार हैं।