खेमसरा एवं बाफना परिवार के तपस्वियों के पारणे सम्पन्न हुए

मेघनगर !   तप ज्ञानी भगवंतो की आज्ञा अनुसार करना आहार संज्ञा को छोड़ना है तो तप करना ही होगा तप मन की मजबूती से होता है जो सर्वज्ञ होते है वो ही यथार्थ वचन कहते है भगवान ने फरमाया है इस संसार का प्रवाह ऐसा ही चलेगा उक्त उदगार चार तपस्या पूर्ण होने पर वर्षावास हेतु विराजित अणुवत्स संयतमुनिजी ने अणु स्वाध्याय भवन मे फरमाये जहाँ दीपिका शेखर खेमसरा 16,का बहुमान यशवंत जी बाफना 8 उपवास, ओर शेखर जी खेमसरा 3 उपवास की बोली से किया ज्योति सौरभ खेमसरा सहजोड़े 11,आप दोनो का बहुमान रवीजी,अलकाजी सुराणा ने 4 उपवास से किया  संघ के वरिष्ठ सुश्रावक यशवंत बाफना के 8 उपवास की तपस्या का बहुमान यशवंतजी कटारिया 8उपवास,विनितजी,निधिजी बाफना ने 4 उपवास की बोली लेकर बहुमान किया  एवम श्री संघ की भेंट देकर किया गया मेघनगर मे तपस्या की झड़ी लग रही है बुधवार को गतिमान तपस्या मे डूंगर मालवा की शान तप चक्रेश्वरी स्नेहलता जी वागरेचा तप चक्रेश्वरी स्नेहलता जी वागरेचा ने लगाया उपवास का अर्धशतक 48 उपवास के प्रत्यख्यान ग्रहण किए,कमलेश जी भंडारी 30,कु सिद्धि पंकज जी वागरेचा 29 राहुलजी वागरेचा 28,सुदर्शन जी मेहता27 श्रीमती प्रज्ञाजी भंडारी27 ,श्रीमती तृप्तिजी बड़ोला 25,श्रीमती निताजी जैन 24 मुकेशजी ललवानी 10, निलेशजी वागरेचा 8 उपवास के प्रत्यख्यान ग्रहण किये। साथ ही सामुहिक सिद्धितप आरधको के तेले तप के 145 तपश्वि का पारणा आज हुआ। प्रभावना मांगीलाल जी दिलीपजी खेमसरा परिवार द्वारा वितरित की गई सिद्धितप आराधकों के बियासन,पारणा एवम आतिथ्य सत्कार का लाभ विनितजी यशवंत जी बाफना परिवार ने लिया। कार्यक्रम का संचालन विपुल धोका ने किया।