सात साल में ढाई गुना बढ़ा दिल्ली का बजट
महिलाओं को वर्किंग फोर्सेस में बढ़ावा दिया जाएगा


नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा विधानसभा में 2022-23 के बजट को प्रस्तुत करने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल की दिल्ली विधानसभा में प्रेसवार्ता हुई। जिसमें उन्होंने विधानसभा में पेश के किए गए बजट के बारे में बताया। उन्होंने हेल्थ, ट्रांसपोर्ट, शिक्षा आदि सेक्टरों के लिए आवंटित बजट का जिक्र किया। केजरीवाल ने कहा कि 2015 में जब हमारा बजट प्रस्तुत किया गया था तो 30 हजार करोड़ था जो सात साल बाद 7600 हजार करोड़ के करीब पहुंच गया है। यह केवल ईमानदारी के कारण हुआ है। हमारी (आप) पार्टी कट्टर ईमानदार पार्टी है। उन्होंने कहा कि पिछले सात साल में दिल्ली सरकार ने 12 लाख रोजगार तैयार किए गए हैं। जिसमे 1 लाख 78 हजार और 10 लाख प्राइवेट सेक्टर में दिए गए हैं। 
  इसके अलावा सीएम ने कहा कि वर्किंग फोर्सेज में इंडिया में महिलाओं की भागीदारी केवल 20 प्रतिशत है। महिलाओं को जब तक वर्किंग फोर्सेज में बढ़ावा नही दिया जाता है तब तक भारत विकासशील देश से विकसित देश में शामिल नही हो सकता है। इसलिए महिलाओं को वर्किंग फोर्सेस में बढ़ावा दिया जाएगा। चिराग इन्क्लेव में साइंस म्यूजियम बनेगा। केजरीवाल ने कहा कि सड़कों पर रहने वाले बच्चों ले लिए बोर्डिंग स्कूल बनेगा। इसके लिए 10 करोड़ का प्रविधान है। स्कूलों के सभी क्लासरूम स्मार्ट क्लासरूम बनेंगे। इस साल 100 मांटेसरी लैब बनेंगी। दिल्ली सरकार की पांच यूनिवर्सिटी में सीटें बधाई गई हैं। वहीं, शिक्षा के क्षेत्र के लिए बजट 16278 करोड़ का बजट है। दिल्ली आश्रय सुधार बोर्ड के लिए 766 करोड़ का बजट है और दिल्ली आश्रय सुधार बोर्ड के लिए 766 करोड़ का बजट रखा गया है। जबकि दिल्ली के लोगों के पीने के पानी के लिए प्रमुख योजना 24 घन्टे साफ पानी उपलब्ध कराना है। मुफ्त पानी की योजना इस साल भी लागू रहेगी। नजफगढ़ ड्रेन का सुंदरीकरण किया जाएगा। इसे कभी साहिबी नदी कहा जाता था। इसे फिर से उसी स्थिति में लाने के लिए 700 करोड़ का प्रविधान है। पर्यावरण और वन क्षेत्र के लिए 266 करोड़ का बजट रखा गया है। पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि जब से कश्मीरी पंडितों के पलायन हुआ है तब से केंद्र की सरकार ने एक भी कश्मीरी पंडितों को फिर से नही बसाया गया है। इस दौरान आठ साल से केंद्र में भाजपा की सरकार रही है। हमारी मांग है कि फ़िल्म ने जो 200 करोड़ कमाए हैं। इसे कश्मीरी पंडितों को बांट दिया जाए। कश्मीरी पंडितों को फिर कश्मीर में बसाया जाए।