मालव केसरी पूज्य सौभाग्यमलजी महारासाहेब की 39वी पुण्यतिथी मनाई 

मेघनगर !  मालव केसरी, प्रसिद्ध वक्ता पूज्य गुरुदेव श्री सौभाग्यमलजी महाराज साहब के 39 वे पुण्य स्मृति दिवस पर उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए चतुर्मास हेतु विराजित पूज्य  संयत मुनीजी ने फरमाया वैसे तो मालव केसरी जी मे कई गुण थे जिनका बखान जितना करे कम है उनकी वाणी मे इतनी मिठास थी की उनके सम्पर्क मे आने वाले प्रभावित हो जाते थे उनकी मध्यस्थता से हर उलझन सुलझ जाती थी उन्होंने श्रमण संघ की स्थापना की थी बाल से युवा एवं वृद्ध अवस्था का उनका जीवन प्रेरणादाई रहा मेघनगर संघ पर भी उनकी कृपा आज भी बरस रही है चतुर्मास के दौरान कई तपस्या गतिमान है युवा तपस्वी कविद्र धोका ने 25 उपवास , नीलेश बड़ोला ने 13उपवास, तप मे कई बड़े कीर्तिमान स्थापित कर चुके तप चकेश्वरी श्रीमती स्नेहलता जी वागरेचा ने 12 उपवास, श्रीमती आयुषी ललवानी,दीपेश लूणिया,जयेश झामर ने 11 उपवास तथा कु.अन्वेशा गादीया, श्रीमती मंजू जी भण्डारी,श्रीमती सलोनी संघवी,कु.दर्शना नाहटा,कु. प्रीती धोका,सुमित ब्रिजवानी ने 10 उपवास के प्रत्याख्यान लिये ओर धर्मचक्र,सिद्धि तप,मेरु तप,वर्षीतप, एकासन मासखमण जैसी कई बड़ी तपस्या गतिमान हैचातुर्मास के प्रथम दिवस से उपवास,आयंबिल तेले तप की लड़ी निरन्तर गतिमान है व्याख्यान का समय प्रतिदिन सुबह 9 से है ।श्रीमती आयुषी ललवानी की तपस्या निमित दोपहर चोवीसी का आयोजन आशीष ललवानी परिवार द्वारा एवं जाप का आयोजन अशोक जी रवीजी छाजेड द्वारा श्री अणु स्वाध्याय भवन पर किया गया प्रभावना आशीष दिनेशजी ललवानी द्वारा वितरित की गई संचालन विपुल धोका द्वारा किया