रीवा ।    रीवा शहर के संजय गांधी अस्पताल में डाक्टर के साथ अभद्रता व झूमा झटकी का मामला सामने आया है। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात्रि एक बजे से तीन बजे के बीच सतना जिले के मैहर से 50 लोग एक घायल को लेकर पहुंचे थे, जिन्होंने इमरजेंसी वार्ड के अंदर जाने की जिद की। जबकि डॉक्टर ने एक मरीज के साथ सिर्फ एक अटेंडर को अंदर आने की इजाजत दी। इसी बात को लेकर घायल के साथ आए लोगों ने डाक्टर से बहसबाजी शुरू कर दी है। तभी अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने घटना की जानकारी डायल 100 को दे दी। बवाल की सूचना के बाद अमहिया व सिविल लाइन थाने का पुलिस बल पहुंच गया। जहां पुलिस अधिकारियों ने विवाद जानने की कोशिश की है। वहीं ड्यूटी डॉक्टर से अज्ञात लोगों के बारे में जानकारी मांगी है। फिलहाल सिविल लाइन थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 332 का अपराध कायम कर लिया है। इधर संजय गांधी अस्पताल की घटना को लेकर दो जिलों में राजनीति शुरू हो गई है।

विधायक लिखी गाड़ी मिली

बताया गया है कि घायल को इलाज के लिए भर्ती कराने एक विधायक की गाड़ी आई हुई थी। अस्पताल में मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के पुत्र विकास त्रिपाठी भी देखने को मिले हैं। डॉक्टर पुत्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। चर्चा है कि विधायक के पुत्र दुर्घटना में घायल को भर्ती कराने के लिए रीवा आए हुए थे।

क्या बोली पुलिस

सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक हितेन्द्र नाथ शर्मा ने बताया कि 12 अक्टूबर की देर रात घायक शंकर रजक निवासी सरलानगर थाना मैहर जिला सतना को लेकर कई लोग आए थे। इमरजेंसी वार्ड में तैनात ड्यूटी डॉक्टर आशय द्विवेदी से झूमाझटकी व कहासुनी हुई थी। इस मामले में एसजीएमएच प्रबंधन की शिकायत पर अज्ञात आरोपितों के खिलाफ प्रकरण कायम हो गया है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपित चिहिन्त किए जा रहे हैं।

डाक्टर की जुबानी, घटना की कहानी

डॉ. आशय द्विवेदी ने कहा कि मेरी रात में ड्यूटी इमरजेंसी वार्ड में लगाई गई थी। देर रात एक घायल को लेकर कुछ लोग लेकर आए थे। जो डाक्टर की अनुमति के बगैर इमरजेंसी कक्ष में प्रवेश कर गए। हमने दो लोगों की अनुमति दी है। इसी बात पर बहस शुरू हो गई थी। वे लोग कौन है, हम नहीं जानते है। साथियों का कहना है कि कई लोग शराब पीने के कारण उत्पात मचाया। हमने पुलिस को शिकायत की है।